योगी ने कहा- विकास दुबे के खात्मे तक कानपुर में ही रहेंगे अफसर; डीजीपी बोले- अपराधियों को उनकी असली जगह पहुंचाएंगे



  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर पहुंचे कानपुर, साथ में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य भी मौजूद

  • पुलिस महकमे में शोक की लहर; डीजीपी बोले- अपराधियों को वहां पहुंचाएंगे, जहां उनकी असली जगह

  • सीएम ने मृत पुलिसकर्मियों के परिवार को एक करोड़ रुपए और नौकरी के साथ अप्रत्याशित पेंशन देने का ऐलान किया


कानपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंच गए हैं। उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हैं। सीएम ने रीजेंसी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और उनकी बहादुरी को नमन किया है। इसके बाद सीएम पुलिस लाइन पहुंचे और मुठभेड़ में मारे गए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बिकरु गांव का निरीक्षण किया। पुलिस अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम को समझने के बाद उन्होंने कहा कि अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाशों ने पुलिस के जवानों पर कायराना हमला किया है। ये घटना एक सोची समझी साजिश है। घटना को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। एसटीएफ समेत कई टीमे अपना काम रही हैं।


एक करोड़ रूपए के साथ नौकरी भी देगी सरकार 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को दो टूक शब्दों में कहा है कि, जब तक पुलिस टीम बदमाश विकास दुबे को पकड़ नहीं लेती या उसका एनकाउंटर नहीं हो जाता है, तब तक पुलिस के बड़े अधिकारी कानपुर में ही कैंप करेंगे। उन्होंने कहा कि, प्रदेश सरकार मृत पुलिसकर्मियों के एक परिवारीजन को शासकीय नौकरी देगी। 1 करोड़ रूपए मुआवजा मिलेगा। साथ ही अप्रत्याशित पेंशन भी देंगे। हालांकि शहादत की कोई कीमत नहीं होती है।


डीजीपी हितेश चंद्र ने यह घटना सोची समझी साजिश के तहत हुई है। पुलिस अपने दायित्व का निर्वहन करने के लिए आई थी, उनके ऊपर हमला किया गया है। हमने लखनऊ से फॉरेंसिक टीम भेजी है और एडीजी ने लोकल फॉरेंसिक टीम भेजी है। इस घटना के पीछे कौन है? इसका जल्द खुलासा किया जाएगा। दो अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं। बार्डर सील है। लगातार सर्च ऑपरेशन हो रहे हैं। एसटीएफ की टीम भी लगी है। मुझे आशा है कि शीघ्र ही मामले की तह तक पहुंचेगे और अपराधियों को उस जगह पहुंचाएगें जहां उन्हे होना चाहिए।


फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से खोखे बराबद किए
फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से खोखे बरामद किए हैं। उनका परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण के बाद तय हो पाएगा कि किस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया गया है। इसी वहज से टीमों को लगाया गया है कि हर एक एंगल पर घटना की जांच हो सके।


ग्रामीणों से अपील- सहयोग करें
डीजीपी ने कहा कि पुलिस की टीम काफी बड़ी थी, उसमें डिप्टी एसपी भी साथ में थे। बीच का रास्ता बंद किया गया है। ऐसा नहीं है था कि पुलिस टीम बिना हथियार के आ गई हो वो भी तैयारी के साथ आई थी। हमारे इतने आदमियों की जान गई है। मेरी गांव वालों से अपील है कि वो सहयोग करें। किसी को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा।